- विकास के नाम पर सरकारी धन के बंदरबांट का लगा था आरोप
बलिया।विकास खंड मनियर अंतर्गत ग्राम पंचायत हथौज में कराए गए विकास कार्यों की जांच बुधवार को की गई। जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी/ दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी राजन कुमार की अध्यक्षता में गठित दो सदस्यीय टीम ने शिकायती पत्र में उल्लिखित प्रत्येक कार्य की गहनता से जांच की। इस दौरान कुल 14 कार्यों की जांच में दो को छोड़ कर शेष सभी कार्य धरातल पर सही पाए गए।
प्राथमिक विद्यालय हथौज नंबर 1 पर कायाकल्प के तहत कराए गए कार्यों को विद्यालय के प्रधानाचार्य भवानंद शर्मा से सिरे से खारिज कर दिया। मल्टीपल हैंडवाश, यूरिनल, बाउंड्री वॉल और किचेन शेड के निर्माण को प्रधानाध्यापक ने कंपोजिट ग्रांट से कराना बताया जबकि मौके पर मौजूद ग्राम प्रधान श्री नारायण यादव और सचिव मनोज कुमार गुप्त का कहना था की उक्त सभी कार्य ग्राम निधि से कराया गया है। वहीं हरिंद्र शर्मा से घर के पास खड़ंजा निर्माण कार्य को लेकर भी पक्ष और विपक्ष का अलग अलग दावा था। शिकायतकर्ता का आरोप था की उक्त कार्य के बदले 50 हजार रूपये आहरित किया गया है जबकि मौके पर कार्य कराया नहीं गया है। जबकि सचिव और ग्राम सेवक ने उक्त कार्य को सिर्फ कार्य योजना में शामिल किया गया है। स्थानीय निवासी सिद्धार्थ राय ने ग्राम पंचायत में कराए गए कुल 37 कार्यों के एवज में लाखों रूपये का भुगतान करा कर बंदरबांट का आरोप लगाया था। 9 अगस्त को जिलाधिकारी को पत्रक सौंप शिकायतकर्ता ने विस्तृत जांच की मांग की थी।
जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी राजन कुमार और निरंजन कुमार (सहायक अभियंता ट्यूबेल) की टीम गठित कर जांच का निर्देश दिया था। आरोप के क्रम में टीम ने गांव में कराए गए विकास कार्यों जैसे नाली, खड़ंजा, स्लीपर, इंटरलॉकिंग सहित सामुदायिक शौचालय के रखरखाव की जांच की। इस संबंध में जांच अधिकारी राजन कुमार ने बताया की कुल 37 कार्यों की शिकायत की गई थी। जिसमें बहुतेरे कार्य सिर्फ कार्य योजना में शामिल है। मौके पर 14 कार्यों की जांच की गई है। उन कार्यों का बिल बाउचर भी सचिव से ले लिया गया है। जांच की पूरी आख्या उच्चाधिकारी को भेज दी जाएगी। इस मौके पर सुशील तिवारी, रामशंकर राय, राजेश खरवार, धर्मेंद्र राय, अनिल कुमार, रामपूजन, अभय आदि मौजूद रहे।