पंदह रजवाहा की बदलेगी सूरत, शासन से मिला 3.02 करोड़ का बजट टेल तक पहुंचेगा पानी, 19 गांवों की 1832 हेक्टेयर भूमि होगी सिंचित
सिकंदरपुर (बलिया)- क्षेत्र के 19 गांवों से होकर गुजरने वाले 23.500 किमी लंबे पंदह रजवाहा की सूरत भी बदलने वाली है। शासन ने इस परियोजना को मंजूर करते हुए 3.0215 करोड़ रुपए की वित्तीय स्वीकृति दे दी है। संयुक्त सचिव अमित प्रणव का पत्र जारी होने के बाद विभाग पुनर्स्थापना और सीमांकन कार्य जल्द शुरू करने की योजना बना रहा है।
सिकन्दरपुर, पूर व पंदह रजवाहा व इससे जुड़ी मईनारों पर इलाके की खेती निर्भर है। करीब 5200 हेक्टेयर भूमि में से 1832 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई पंदह रजवाहा से की जाती है। लेकिन बीते कुछ वर्षों से इस रजवाहा का ड्रेनेज यानी तटबंध खराब होने टेल तक पानी ठीक से नहीं पहुंच पाता था। कई बार कुछ किसानों के खेत में पानी ज्यादा चला जाता है तो कई बार बिल्कुल नहीं जाता। इस समस्या समाधान के लिए विभाग ने मई 2024 में इसकी पुनर्स्थापना और सीमांकन के लिए प्रोजेक्ट तैयार कर शासन को भेजा था।
इस रजवाहे का कायाकल्प होने से मरवटिया, पंदह, किकोढ़ा, बरवां, फुलवरिया, महुलानपार, डकीनगंज, एकईल, सरया, सरियांव सहित 19 गांवों को टेल तक पानी पहुंचाने में सहायता मिलेगी। वही इससे जुड़े टंडवा, धनेजा, भीमपुरा और चांडी माईनरों से जुड़े किसानों को भी फायदा होगा। रजवाहा से जुड़े करीब 8200 किसानों की खेती के लिए यह रजवाहा की एक मात्र साधन है। उक्त कार्य के पूरा होने से रजवाहा से जुड़े दर्जनों गांवों के हजारों किसानों को लाभ मिलेगा।
सिंचाई विभाग द्वारा पंदह रजवाहा की पुनर्स्थापना और सीमांकन कार्य का कार्य प्रारंभिक बिंदु से 23.500 किमी तक कराया जाएगा। जिसमें रजवाहा के पुराने एवं जर्जर हो चुके पुलों / पुलियों व हेड रेगुलेटर का पुनर्निर्माण कार्य या मरम्मत कार्य शामिल है। साथ ही वृहद सिल्ट सफाई के अलावा ड्रेनेज निर्माण, लाइनिंग मेंटेनेंस और सर्विस रोड पर पेवर्स ब्लॉक बिछाए जायेंगे। इसके अलावा रजवाहा की भूमि का सीमांकन कर मूल आकार प्रदान किया जाएगा। जिसके लिए इसकी सीमा पर जरूरत के अनुसार पिलर या बाउंड्री भी बनाई जाएगी।
वर्जन
शासन से पंदह रजवाहा के पुर्नस्थापना और सीमांकन के लिए धन स्वीकृत हो गया है। वृहद सिल्ट से लेकर अन्य कार्य नवम्बर माह से शुरू करा दिए जाएंगे।
आर के यादव, अवर अभियंता, नहर ।