बलिया : अचानक सीएचसी का सच देखने पहुंचे सीएमओ, बाहर की दवा लिखते मिले डाक्टर ; अंजाम जान चौक जायेंगे आप
बलिया सीएमओ डॉ विजय पति द्विवेदी बुधवार की शाम अचानक सीएचसी सिकंदरपुर का सच देखने पहुंच गये। सिकंदरपुर तहसील सभागार में राज्यमंत्री दया शंकर मिश्र दयालु की समीक्षा बैठक के बाद अचानक हॉस्पिटल पहुंचे।सीएमओ को सामने देख चिकित्सक और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। पहुचते ही सबसे पहले मुख्य द्वार को बंद करा कर छोटा दरवाजा खुलवा दिया।
पहुचते ही एक मरीज को ब्रेंच पर लिटा कर कर रहे इलाज पर भड़क गए। फिर खुद मरीज का इलाज करने लगे। इस दौरान सीएमओ ने ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ रामकिशुन राम को बाहर की दवा लिखते पकड़ लिया। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो सीएमओ ने चिकित्सक की जमकर क्लास लगाई और गुरुवार को जिला मुख्यालय पहुंचकर 5000 रूपये हर्जाना भरने का निर्देश दिया। वहीं खेजुरी थाना क्षेत्र के मासूमपुर निवासी बलिराम यादव के परिजनों को भी बाहर से खरीद कर लाई गई दवा के बदले 500 रूपये डॉ रामकिशुन राम से दिलवाया। यही नहीं, सूत्रों ने बताया कि सीएमओ ने अस्पताल परिसर में स्थित देव वृक्ष के नीचे चिकित्सक से कहलवाया कि, अब कभी भी बाहर की दवा नहीं लिखूंगा।
वहीं, सभी चिकित्सकों को बाहर की दवा और जांच किसी भी परिस्थिति में न लिखने की हिदायत दी। कहा कि हॉस्पिटल की अंदरूनी व्यवस्था को ठीक करना है। अंदर की व्यवस्था सुचारू होने पर बाहरी दुर्व्यवस्था पर स्वत: ही लगाम लग जायेगी। इस दौरान सीएमओ ने रात्रि ड्यूटी में तैनात सभी चिकित्सकों और कर्मचारियों की सूची प्रति दिन सूचना पट्ट पर अंकित करने का भी निर्देश दिया।
साथ ही गार्ड को हर रोज रात 9 बजे तक उक्त सूची को व्हाट्सएप पर भेजने को कहा। इसके अलावा अस्पताल में उपलब्ध कुल 170 तरह की दवाओं का पूरा विवरण प्रिंट कर हॉस्पिटल की दीवार पर चस्पा करने को कहा। कहा कि हॉस्पिटल की दवा के अलावा बाहर की दवा या जांच किसी भी हालात में न लिखी जाए। इसकी शिकायत मिलने पर संबंधित चिकित्सक के खिलाफ विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। मरीजों से बातचीत करते हुए सीएमओ ने डिजिटल एक्सरे और ईसीजी मशीन तत्काल उपलब्ध कराने का भरोसा दिया। वही अन्य प्रकार की सुविधाएं भी बढाने की बात कहीं। कहा कि हॉस्पिटल में जांच की जो भी सुविधा है, उसे सही ढंग से संचालित किया जाएगा। एक सप्ताह के अंदर व्यवस्था चुस्त दुरुस्त नजर आएगी। इस मौके पर डॉ राम किशुन राम, स्टाप नर्स पुष्कर राय, अंकिता तिवारी, कंचन राय के अलावा अन्य चिकित्सक और कर्मचारी भी मौजूद रहे।
पहले भी हो चुकी है चिकित्सक की शिकायत
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ राम किशुन राम पर पूर्व में भी मरीज के परिजनों द्वारा बाहर से दवा लिखने की शिकायत किया जा चुका है। जिनको उच्च अधिकारियों द्वारा संज्ञान में लेकर उनका समायोजन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरपुर से निरस्त करके मूल तैनाती स्थल पर वापस कर दिया गया था। लेकिन विभाग के ही उच्च अधिकारियों की मेहरबानी के कारण पुनः सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर समायोजन कराने में सफल हो गए। एक बार पुनः मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा बाहर की दवा लिखते रंगे हाथ पकड़ लिया गया।
अधिकारियों के निरीक्षण में पहले भी इस अस्पताल पर कई चिकित्सको को बाहर की दवा लिखते पकड़े है
मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरपुर पर पूर्व में भी उच्च अधिकारियों द्वारा निरीक्षण कर बाहर की दवा लिखते है, कई चिकित्सको को पकड़ चुके हैं। लेकिन कोई कार्यवाही नही किया जाता है। चिकित्सको द्वारा बाहर की दवा व जांच लिख कर मरीजो का आर्थिक शोषण लगातार किया जा रहा है।
क्या बोले सीएमओ
मुख्य चिकित्साधिकारी ने कहा कि पहले अपने सरकारी अस्पताल की ब्यवस्था में सुधार कीजिये अंदर की सभी प्रकार की ब्यवस्था में सुधार लाइये दवा व खून जांच, एक्सरे अंदर की लिखिए, दलालो का प्रवेश वर्जित कीजिये बाहर की जांच घर व मेडिकल स्टोर खुद व खुद बन्द हो जायेगे। सबकी खुद ब खुद दुकाने बंद हो जाएगी।